

Team The YuvaTime
06 October 2020
बिहार चुनाव से पहले तेजस्वी यादव को लगा एक और झटका, महागठबंधन से अब ये पार्टी हुई बाहर
बिहार चुनाव से ठीक पहले महागठबंधन और तेजस्वी यादव को एक झटका लगा। उसके साथी (झारखंड मुक्ति मोर्च) झामुमो ने अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के मैदान में झामुमो भी उतरेगी। महागठबंधन के साथ बात नहीं बनने पर कहा कि वहां के समीकरण में संगठन के विचार फिट नहीं बैठ रही थी। इस पर पार्टी और संगठन का निर्णय होता है। संगठन हित में निर्णय लिए जाते हैं।
सीएम ने कहा कि झामुमो की राजनीतिक दायरे बढ़ रहे हैं। शायद यही डर से बिहार में हमारा सिंबल को भी फ्रीज कर दिया गया। लेकिन सिंबल फ्रीज होने से मनोबल नहीं घटता है और उत्साहित हैं लोग। हम लोग चुनाव लड़ेंगे इसमें कोई किंतु परंतु नहीं है। जहां महागठबंधन के उम्मीदवार होंगे उनके साथ भी दोस्ताना लड़ाई होगी।
हेमंत सोरेन ने कहा कि राजद की ओर से जो प्रस्ताव दिया गया था, वह स्वीकार नहीं किया गया। इसलिए हम लोगों को चुनाव लड़ना ही था। इस हिसाब से राजनीतिक दृष्टिकोण से चुनाव हो रहा है। उसमें अपने प्रत्याशी को उतारे हैं। झारखंड में गठबंधन जारी रहेगा। कितने सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। इस बावत कहा कि समय-समय पर उम्मीदवारों की घोषणा की जायेगी।
शनिवार को इससे पहले महागठबंधन में शामिल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के नेता मुकेश साहनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐसी नाराजगी जताई जिसकी तेजस्वी प्रसाद ने कल्पना भी नहीं की होगी। कुछ देर पहले तेजस्वी और तेज प्रताप से बतियाते नजर आ रहे मुकेश साहनी ने कहा था, "मेरे साथ धोखा हुआ है. पीठ पर खंजर घोपा गया है।" वे महागठबंधन से अलग हो गए थे।